Thursday 21 April 2022

Bihar Vidhan Sabha Syllabus For Assistant Librarian

Bihar Vidhan Sabha Syllabus For Assistant Librarian


 प्रारंभिक परीक्षा मे ं निम्नांकित विषय हो ंगे -

 1. सामान्य अध्ययन - प्रश्नों की संख्या 40 होगी ।

इन प्रश्नो ं का उद्देश्य अभ्यर्थी को उसके आस-पास के वातावरण की सामान्य
जानकारी तथा समाज मे ं उनके अनुप्रयोग के संबंध् मे ं उसकी योग्यता की जांच करना होगा । वत्र्तमान घटनाओ ं और
दिन-प्रतिदिन की घटनाओ ं के सूक्ष्म अवलोकन तथा उनके प्रति वैज्ञानिक दृष्टिकोण जैसे मामलो ं की जानकारी संबंध्ी
ऐसे प्रश्न भी शामिल किये जाये ं गे, जिनके बारे में जानकारी रखन े की किसी भी शिक्षित व्यक्ति से अपेक्षा की जाती
है । इसमे ं विशेष रूप से बिहार, भारत आ ैर इसके पड़ोसी देशों के संबंध् मे ं यथा सम्भव प्रश्न पूछे जाये ंगे ।
;पद्ध सम-सामयिक विषय:- महत्वपूर्ण राष्ट्रीय / अंतर्राष्ट्रीय सम-सामयिक घटनाये ं, वैज्ञानिक प्रगति,
राष्ट्रीय / अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार, खेल-खिलाड़ी ।
;पपद्ध भारत आ ैर उसके पड़ोसी देश:- पड़ोसी देशों का इतिहास, भारत एवं बिहार का इतिहास / संस्कृति /
भूगोल / आर्थिक परिदृश्य / कृषि तथा प्राकृतिक संसाध्नों की प्रमुख विशेषताएं, भारत का संविधन एवं
राजनीतिक प्रणाली, भारत के संवैधनिक एवं संसदीय प्रणाली का उद्भव एवं क्रमिक विकास, पंचायती राज,
सामुदायिक विकास, पंचवर्षीय योजना, भारत का स्वतंत्राता आंदोलन एवं आन्दोलन में बिहार का योगदान ।


2.  सामान्य विज्ञान एवं गणित - प्रश्नों की संख्या 30 होगी ।

इसमें सामान्यतः मैट्रिक स्तर के निम्न विषय से यथासंभव प्रश्न पूछे जायेंगेः-
;पद्ध सामान्य विज्ञान:- भौतिक शास्त्रा, रसायन शास्त्रा, जीव विज्ञान ।
;पपद्ध गणित:- संख्या प(ति से संबंध्ति प्रश्न, पूर्ण संख्याओ ं का अभिकलन, दशमलव और भिन्न,
संख्याओ ं के बीच परस्पर संबंध्, मूलभूत अंक गणितीय संक्रियाएं, प्रतिशत, अन ुपात तथा समान ुपात, औसत,
ब्याज एवं लाभ और हानि ।


 3. मानसिक क्षमता एवं तार्किक विचार - प्रश्नों की संख्या 30 होगी ।

इसमे ं शाब्दिक एवं गैर शाब्दिक दोनो ं प्रकार के प्रश्न पूछे जा सकते हैं । इस घटक मे ं निम्न से संबंध्ति
यथासंभव प्रश्न पूछे जा सकते है:- सादृश्य, समानता एवं भिन्नता, स्थान कल्पना, समस्या समाधन,
विश्लेषण, दृश्य स्मृति, विभेद, अवलोकन, संबंध् अवधरणा, अंक गणितीय तर्कशक्ति, अंक गणितीय संख्या
श्रृंखला एवं कूट लेखन एवं कूट व्याख्या ।

No comments: